Fitrat पर चुनिंदा व बेहतरीन शायरी सुविचार स्टेट्स कविता गीत कहानियां

मुझे तो कब से पता था – Bewafa, Chahat, Fitrat par Sad...

मुझे तो कब से पता थाकी तू बेवफ़ा हैतुझे चाहा इसलिए कि शायदतेरी फितरत बदल जाए

गलतियों से जुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं

गलतियों से जुदा तू भी नहीं, मैं भी नहींदोनों इंसान है, खुदा तू भी नहीं, मैं भी नहींतू मुझे और मैं तुझे इल्जाम देते...