उस जगह पर हमेशा
खामोश रहना,
जहाँ दो कोड़ी की लोग
अपनी हैसियत के गुण गाते है !!
“कुछ सही तो कुछ खराब कहते है
लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब कहते है”
तू जहां कहेगा तेरा भाई वहां खड़ा है और
गिनती भूल जायेगा भाईचारा इतना बड़ा है।
मत लो मेरे सब्र के बाँध का इम्तेहान,
जब जब ये टूटा है, तूफ़ान ही आया है.
तेरी अकड़ मेरे पैर की धुल,
हम साहब हैं बेटा ये मत भूल.
हम दबंग तो हैं ही पर ज़रूरत
पढ़ने पर भाईगिरी भी दिखाते हैं.
टक्कर की बात मत करो
जिस दिन सामना होगा
उस दिन हस्ती मिटा देंगे।
किसी को इतना भी मजबूर ना करो
कि उसकी ख़ामोशी टूटे,
और वो तुम्हारी धज्जियाँ उड़ा दे .