विजेता पर शायरी
जो कभी असफल नहीं हुए
विजेता वो नहीं बनते ,
बल्कि वो बनते हे जो कभी
हार नहीं मानते।
कमजोर तब रुकते हैं
जब वो थक जाते हैं
और विजेता तब रुकते हैं
जब वो जीत जाते हैं।
मुझे तो खबर भी न थी की कौन-कौन साथ दौड़ रहा है मेरे
पहुंचा मंजिल पर तो पता चला की एक लम्बा कारवां मेरे पीछे था।
कचरे का ढेर दरीचे में रख छोड़ा है मैनें
इन आँधियों का गुरूर कुछ यूँ तोड़ा है मैनें
जितने का मजा तभी आता हे जब सभी लोग आपके हारने का इंतजार कर रहे हो।
जीत पर सुविचार
आपकी सोच पर ही निर्भर रहती है
जीत और हार
मान लो तो हार होगी और ठान
लो तो जीत होगी।
हार पर शायरी
अपनी जित पर इतना भी गुमान
न कर ये बेखबर
शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो
मेरी हार के हैं।