Homeशायरी मैं नासमझ ही सही – Nasamajh, Tara, Khwahish, Tut Jau Love Shayari for GF/Wife Share FacebookTwitterPinterestWhatsAppLinkedinReddIt मैं नासमझ ही सहीमगर वो तारा हूं, जोतेरी एक ख्वाहिश के लिएसौ बार टूट जाऊं TOPICSKhwahishNasamajhTaraTutna यह भी पढ़ें आजमाता है ज़माना – Ajmana, Jamana, Kasauti, Tutna Shayari 0 आजमाता है ज़माना मुझे अपनी ही कसौटी पर टूटे हैं कितना सकी... न चादर बड़ी कीजिये – Hindi Motivational Lines on Life 0 न चादर बड़ी कीजिये,न ख्वाहिशें दफन कीजिये,चार दिन की... ख्वाहिशों का मोहल्ला – Khwahish, Mohalla, Jarurat, Gali Par Shayari 0 ख्वाहिशों का मोहल्लाबहुत बड़ा होता है,बेहतर है हम, ज़रूरतों... टॉप ट्रेंडिंग सिया रघुवर जी के संग परन लगी हरे हरेपरन... जिम्मेदारियों का बोझ परिवार पे पड़ा तो ,ऑटो ,... परदेसी से दिल ना लगानावो बड़े मजबूर होते हैं,वो...