Homeशायरीपिंजरे का पंछी हूं - Pinjra, Panchhi, Kharidna, Udhakar, Girakar par Shayari

पिंजरे का पंछी हूं – Pinjra, Panchhi, Kharidna, Udhakar, Girakar par Shayari

पिंजरे का पंछी हूं
सो खरीदते वक़्त ,
मुझे उड़ाकर भी देखा गया
और गिरा के भी.

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