दया धर्म का मूल है पाप मूल अभिमान।
तुलसी दया न छोड़िये जब तक घट में प्राण।।
नमन करू तुम चरणों में, राम चरित के रचेता ।
तुलसीदास दोनों कर जोडू, राम ह्रदय विजेता ।।
तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक!
साहस सुकृति सुसत्यव्रत, राम भरोसे एक!!
तुलसीदास जयंती की हार्दिक बधाई। इनकी अद्वितीय रचना रामचरितमानस हम सबको मर्यादित जीवन जीने और समाज कल्याण के लिए जीने की प्रेरणा देता है।
प्रभु राम के अनन्य भक्त गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर कोटि कोटि नमन। आप की अद्वितीय रचना रामचरितमानस हम सबको मर्यादित जीवन जीने और समाज कल्याण के लिए जीने की प्रेरणा देती है।
मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम जी के जीवन पर आधारित अद्वितीय रचना रामचरितमानस के रचयिता बाबा गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
महान ग्रन्थ रामचरितमानस के रचनाकार, महान कवि गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं #TulsidasJayanti