विश्व मूक बधिर दिवस हर वर्ष 26 सितम्बर को मनाया जाता है, विश्व मूक बधिर संघ ने वर्ष 1958 से ‘विश्व बधिर दिवस’ की शुरुआत की। इस दिन बधिरों के सामाजिक,आर्थिक एवं राजनैतिक अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के साथ-साथ समाज और देश में उनकी उपयोगिता के बारे में भी बताया जाता है।
मूध बधिर (दिव्यांग जनों) पर अनमोल विचार
अगर आपके साथ चमत्कार नहीं हो सकता, तो खुद एक चमत्कार बन जाईयें.
कभी गिरोगे तो खुद उठ भी जाओगे, कभी लड़खड़ाओगे तो खुद ही सम्भल भी जाओगे, जब तुम थामोगे हौसलों का दामन तो, एक दिन शिखर पर तुम भी चढ़ जाओगे.
इंसान की शक्ति उसकी आत्मा में होती है और आत्मा कभी विकलांग नही होता है.
अपने इरादों को इतना मजबूत रखना कि दिव्यांग से दिव्य बन जाओ. उन तमाम दिव्यांगो के लिए इक मिशाल बन जाओ जो निराशा के सागर में डूब जाते है.
मूक बधिर दिवस पर संदेश व शुभकामनाएं
विश्व मूक बधिर दिवस पर आइए हम सभी मिलकर मूक बधिरों को समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास करने के लिए दृढ़ संकल्पित हों।
“विश्व मूक बधिर दिवस” सभी दिव्यांगजनों के कुशल स्वास्थ्य की कामना करता हूं। दिव्यांगजनों को सामाजिक, आर्थिक एवं समानता का अधिकार दिलाने के लिए कार्य करें।
विश्व मूक बधिर दिवस पर सभी दिव्यांग जनों को हार्दिक शुभकामनाएं!!
आप सब हमारे समाज के अभिन्न अंग है, हम सब मिलकर आगे बढ़े, नए आयाम गढ़े यही ईश्वर से कामना है ।
विश्व मूक बधिर दिवस के अवसर पर सभी दिव्यांगजनों के कुशल स्वास्थ्य की कामना है। आईए हम संकल्प लें कि सेवा और सहयोग भाव से दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए कार्य करेंगे
मूक बधिर दिवस फोटो – World Deaf-Dumb Day Poster Image

